आप पी.एन.बी (पंजाब नेशनल बैंक)
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प्रस्तावना
भारत में बैंकिंग क्षेत्र का एक अत्यंत महत्वपूर्ण स्तंभ पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank - PNB) है। यह देश का पहला ऐसा बैंक था जिसकी स्थापना पूरी तरह से भारतीय पूंजी से हुई थी। इसकी स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारतीय जनता को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और देश में स्वदेशी बैंकिंग प्रणाली को मजबूत करना था। पीएनबी ने न केवल आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाई है, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम के समय से लेकर आज के डिजिटल युग तक अपनी पहचान और विश्वसनीयता बनाए रखी है।
इस लेख में हम पंजाब नेशनल बैंक का इतिहास, उद्देश्य, कार्य प्रणाली, सेवाएं, उपलब्धियाँ, चुनौतियाँ और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
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1. पीएनबी का इतिहास
1.1 स्थापना और प्रारंभिक काल
पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना 12 अप्रैल 1895 को लाहौर (अब पाकिस्तान में स्थित) में हुई थी। यह बैंक लाला लाजपत राय, दयानंद एंग्लो वैदिक आंदोलन के समर्थकों और अन्य राष्ट्रवादियों द्वारा स्थापित किया गया था। इसका उद्देश्य एक ऐसे बैंक की स्थापना करना था जो भारतीयों द्वारा, भारतीयों के लिए और भारतीयों के माध्यम से संचालित हो।
बैंक ने 12 अप्रैल 1895 को पहली बार जनता के लिए अपने दरवाज़े खोले और अप्रैल 1895 में ही इसका पहला खाता खोला गया।
1.2 विभाजन के बाद
भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद, पीएनबी को अपने मुख्यालय को लाहौर से भारत में स्थानांतरित करना पड़ा। बैंक ने विभाजन के बाद भारत में नई शुरुआत की और जल्द ही यह देश के सबसे प्रमुख बैंकों में से एक बन गया।
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2. पीएनबी की संरचना और संगठन
2.1 मुख्यालय
वर्तमान में पीएनबी का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
2.2 प्रमुख पदाधिकारी
अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (MD & CEO): वरिष्ठ सरकारी नियुक्त अधिकारी होते हैं।
कार्यकारी निदेशक: बैंक के संचालन में सहायक होते हैं।
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स: नीति निर्धारण में शामिल होते हैं।
2.3 शाखाओं और कर्मचारियों की संख्या
शाखाओं की संख्या (2024 तक): लगभग 10,000+
ATM की संख्या: 13,000 से अधिक
कर्मचारियों की संख्या: 1 लाख से अधिक
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3. पीएनबी की प्रमुख सेवाएं
3.1 व्यक्तिगत बैंकिंग सेवाएं
बचत खाता (Savings Account)
चालू खाता (Current Account)
फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit)
आवर्ती जमा (Recurring Deposit)
होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन
डेबिट और क्रेडिट कार्ड
3.2 कॉर्पोरेट बैंकिंग
ट्रेड फाइनेंस
कैश क्रेडिट
टर्म लोन
लीज फाइनेंस
3.3 कृषि ऋण
किसानों के लिए ऋण
कृषि उपकरणों के लिए वित्तपोषण
पशुपालन, बागवानी, मत्स्य पालन इत्यादि के लिए ऋण
3.4 डिजिटल सेवाएं
PNB ONE मोबाइल ऐप
इंटरनेट बैंकिंग
SMS बैंकिंग
UPI, BHIM PNB
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4. पीएनबी की उपलब्धियाँ
4.1 स्वतंत्र भारत के निर्माण में योगदान
पीएनबी ने ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभाई।
स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज तक इसने भारत के आर्थिक तंत्र को मजबूती दी।
4.2 विभिन्न सरकारी योजनाओं का समर्थन
जनधन योजना
मुद्रा योजना
स्टैंड अप इंडिया योजना
पीएम किसान योजना
4.3 अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति
पीएनबी की शाखाएँ और प्रतिनिधि कार्यालय यूके, दुबई, हांगकांग, काठमांडू, भूटान आदि में हैं।
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5. पीएनबी में हुए घोटाले
5.1 नीरव मोदी घोटाला (2018)
यह अब तक का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला था।
पीएनबी को लगभग 11,000 करोड़ रुपए की चपत लगी थी।
बैंक के कुछ अधिकारियों ने SWIFT प्रणाली का दुरुपयोग कर नीरव मोदी की कंपनियों को लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) जारी किए।
5.2 इस घोटाले के परिणाम
बैंक की छवि को नुकसान हुआ।
RBI और केंद्र सरकार ने बैंकिंग प्रणाली को पारदर्शी और डिजिटल बनाने के प्रयास तेज किए।
अधिकारियों पर कार्रवाई की गई और सुधार योजनाएं लाई गईं।
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6. हाल की प्रमुख घटनाएं और सुधार
6.1 यूनियन बैंक और ओरिएंटल बैंक का विलय
2020 में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (UBI) का पीएनबी में विलय हुआ।
इससे पीएनबी भारत का दूसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बन गया।
6.2 डिजिटल बैंकिंग में विस्तार
PNB ONE एप्लिकेशन को लोकप्रिय बनाया गया।
डिजिटल सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार किया गया।
ग्राहकों को 24x7 बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराई गईं।
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7. चुनौतियाँ
7.1 अनियमित ऋण (NPA)
कई बड़े ऋण डिफॉल्ट हो गए जिससे बैंक को भारी नुकसान हुआ।
7.2 प्रतिस्पर्धा
निजी बैंकों और विदेशी बैंकों से कड़ी प्रतिस्पर्धा।
7.3 साइबर सुरक्षा
बढ़ती डिजिटल सेवाओं के कारण साइबर सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है।
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8. भविष्य की योजनाएँ
8.1 ग्रीन बैंकिंग
पर्यावरण अनुकूल कार्य प्रणालियों को बढ़ावा देना।
8.2 ग्रामीण विस्तार
ग्रामीण और दूरदराज़ क्षेत्रों में अधिक शाखाएँ खोलना।
8.3 डिजिटल परिवर्तन
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग।
8.4 NPA नियंत्रण
ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया में सख्ती और सतर्कता।
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9. पीएनबी का सामाजिक उत्तरदायित्व
9.1 शिक्षा
स्कूलों और कॉलेजों में छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता।
9.2 स्वास्थ्य
हेल्थ कैंप, दवाइयों की सहायता, अस्पतालों को फंडिंग।
9.3 पर्यावरण
वृक्षारोपण अभियान, स्वच्छता अभियान
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10. निष्कर्ष
पंजाब नेशनल बैंक केवल एक बैंक नहीं, बल्कि भारतीय आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। इसका इतिहास, कार्य प्रणाली, और समाज के प्रति उत्तरदायित्व इसे एक विशिष्ट स्थान प्रदान करते हैं। घोटालों और चुनौतियों के बावजूद पीएनबी ने स्वयं को फिर से खड़ा किया है और तकनीक एवं विश्वास के सहारे आगे बढ़ रहा है। आने वाले समय में यह बैंक न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएगा।
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