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चीन: एक विस्तृत अध्ययन
1. परिचय
चीन, जिसे आधिकारिक रूप से "जनवादी गणराज्य चीन" (People's Republic of China - PRC) कहा जाता है, एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा और विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है। यह देश अपने प्राचीन इतिहास, समृद्ध संस्कृति, विशाल भू-भाग, तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और वैश्विक राजनीति में बढ़ते प्रभाव के लिए जाना जाता है।
बीजिंग (Beijing) इसकी राजधानी है और शंघाई (Shanghai) सबसे बड़ा शहर। चीन की सीमा 14 देशों से लगती है, जो इसे विश्व का सबसे अधिक सीमाएँ साझा करने वाला देश बनाता है।
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2. भौगोलिक स्थिति
चीन का कुल क्षेत्रफल लगभग 96 लाख वर्ग किलोमीटर है, जो रूस और कनाडा के बाद तीसरे स्थान पर आता है। इसकी भौगोलिक विविधता अत्यंत समृद्ध है – इसमें हिमालय की ऊँचाई से लेकर गोबी मरुस्थल, घने जंगल, हरे-भरे मैदान और कई नदियाँ शामिल हैं।
प्रमुख भौगोलिक विशेषताएँ:
हिमालय पर्वतमाला
यांग्त्से और ह्वांग हो नदियाँ
तिब्बत का पठार
गोबी और ताकलामकान रेगिस्तान
दक्षिणी तटीय क्षेत्र
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3. ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
चीन का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है और यह दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है। इसकी शुरुआत श्यांग (Shang) और झोउ (Zhou) वंश से हुई थी।
प्रमुख वंश और कालखंड:
श्यांग वंश (1600–1046 ई.पू.)
झोउ वंश (1046–256 ई.पू.)
किन वंश (221–206 ई.पू.) – चीन को एकीकृत करने वाला पहला साम्राज्य
हान वंश (206 ई.पू.–220 ई.) – सांस्कृतिक और वैज्ञानिक प्रगति का काल
तांग और सोंग वंश – कला, साहित्य और नवाचार का उत्कर्ष
मिंग और छिंग वंश – वास्तुकला और वैश्विक संपर्क
1911 में सम्राटशाही का अंत – गणराज्य की स्थापना
1949 में कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा जनवादी गणराज्य चीन की स्थापना
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4. राजनीतिक व्यवस्था
वर्तमान चीन एक एकदलीय समाजवादी राज्य है, जिसकी सत्ता कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) के हाथ में है।
मुख्य संस्थाएँ:
राष्ट्रपति: राज्य का प्रमुख
प्रधानमंत्री: सरकार का प्रमुख
राष्ट्रीय जन कांग्रेस (NPC): सर्वोच्च विधायी निकाय
कम्युनिस्ट पार्टी: नीति निर्धारण में सर्वोपरि भूमिका
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5. आर्थिक विकास
चीन आज दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है (अमेरिका के बाद)। 1978 में डेंग शियाओपिंग द्वारा शुरू किए गए आर्थिक सुधारों ने देश की दिशा बदल दी।
प्रमुख विशेषताएँ:
निर्माण उद्योग में विश्व अग्रणी
तकनीक और इलेक्ट्रॉनिक्स का हब
'मेड इन चाइना' से 'मेड बाय चाइना' की ओर
बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI)
विदेशी निवेश और निर्यात आधारित अर्थव्यवस्था
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6. सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन
चीन का सामाजिक ढांचा पारंपरिक कन्फ्यूशियस विचारों से प्रभावित है, जहाँ परिवार और अनुशासन को प्राथमिकता दी जाती है।
मुख्य बिंदु:
धर्म: बौद्ध, ताओ, कन्फ्यूशियस, ईसाई, इस्लाम
त्योहार: चीनी नववर्ष, ड्रैगन बोट फेस्टिवल, मून फेस्टिवल
खानपान: नूडल्स, डम्पलिंग, टोफू, चाय
कला: चीनी चित्रकला, संगीत, मार्शल आर्ट, कैलिग्राफी
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7. शिक्षा प्रणाली
चीन में शिक्षा को अत्यधिक महत्व दिया जाता है। यहाँ का शिक्षा ढांचा प्रतिस्पर्धात्मक और तकनीकी केंद्रित है।
प्राथमिक से उच्चतर शिक्षा निशुल्क और अनिवार्य
विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय: पेकिंग यूनिवर्सिटी, त्सिंगहुआ यूनिवर्सिटी
STEM (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग, गणित) में अग्रणी शिक्षा
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8. विज्ञान और तकनीक
चीन ने हाल के दशकों में विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है।
स्पेस मिशन: चांग'ई मिशन, मंगल अभियान
AI और 5G नेटवर्क में अग्रणी
बायोटेक्नोलॉजी और रोबोटिक्स में निवेश
ई-कॉमर्स प्लेटफार्म: अलीबाबा, JD.com
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9. भारत-चीन संबंध
भारत और चीन दोनों एशिया की प्रमुख शक्तियाँ हैं। इनके संबंधों का इतिहास प्राचीन सांस्कृतिक आदान-प्रदान से लेकर आधुनिक राजनीतिक प्रतिस्पर्धा तक विस्तृत है।
मुख्य पहलू:
व्यापारिक साझेदारी: द्विपक्षीय व्यापार
सीमा विवाद: लद्दाख, डोकलाम, अरुणाचल प्रदेश
राजनयिक वार्ता: BRICS, SCO जैसे मंचों पर सहयोग
सैन्य और रणनीतिक प्रतिद्वंद्विता
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10. वैश्विक भूमिका
चीन आज वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था और पर्यावरणीय मामलों में निर्णायक भूमिका निभा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य
विश्व व्यापार संगठन (WTO) का सदस्य
अंतरराष्ट्रीय निवेश और ऋणदाता के रूप में उदय
जलवायु परिवर्तन समझौतों में भागीदारी
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11. प्रमुख शहर और पर्यटन
प्रमुख शहर:
बीजिंग: राजधानी, ऐतिहासिक स्मारक
शंघाई: आर्थिक राजधानी
शेन्ज़ेन: तकनीकी हब
चेंगदू: पांडा संरक्षण केंद्र
प्रसिद्ध स्थल:
महान दीवार (Great Wall of China)
फॉरबिडन सिटी
तेरा कोटा सैनिक
ली नदी और यांगशो स्केनरी
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12. चुनौतियाँ और भविष्य
हालांकि चीन तेजी से विकसित हो रहा है, लेकिन उसे कई गंभीर चुनौतियों का सामना भी करना पड़ रहा है:
जनसंख्या घटती जा रही है (Demographic crisis)
सूचना और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सीमित
प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग और प्रदूषण
सीमा और समुद्री विवाद
अमेरिका और अन्य देशों के साथ व्यापार युद्ध
भविष्य की दिशा:
चीन "चाइना 2049" लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, जहाँ वह विश्व की सबसे प्रमुख शक्ति बनने की योजना बना रहा है।
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