---
एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री
स्थान: बरेली रोड, मोतीनगर, हल्द्वानी (नैनीताल)
मोबाइल: 983750419
GSTIN: 05AADFH5708E1ZA
---
यह एक स्टोन इंडस्ट्री (पत्थर उद्योग) है जो उत्तराखंड राज्य के हल्द्वानी नगर में स्थित है। इसका मुख्य कार्य संभवतः पत्थरों की प्रोसेसिंग, सप्लाई या क्रशिंग (तोड़ने) से संबंधित हो सकता है। ऐसे उद्योग आमतौर पर निर्माण कार्यों, सड़कों, भवन निर्माण आदि के लिए आवश्यक कच्चे माल जैसे ग्रेनाइट, बजरी, क्रश्ड स्टोन आदि की आपूर्ति
नीचे “एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री” पर आधारित
---
एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री: एक विस्तृत हिंदी लेख
प्रस्तावना
उत्तराखंड राज्य प्राकृतिक सौंदर्य, पर्वतीय क्षेत्रों और खनिज संसाधनों के लिए प्रसिद्ध है। इन खनिज संसाधनों में पत्थर एक महत्वपूर्ण घटक है, जिसका उपयोग देश के विभिन्न हिस्सों में निर्माण कार्यों के लिए किया जाता है। हल्द्वानी, जो कि नैनीताल जिले का एक प्रमुख औद्योगिक और व्यापारिक केंद्र है, इस क्षेत्र में कई उद्योगों का घर बन चुका है। इन्हीं में से एक है – एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री। यह उद्योग बरेली रोड, मोतीनगर, हल्द्वानी में स्थित है और अपने गुणवत्ता पूर्ण पत्थर उत्पादों के लिए जाना जाता है।
---
1. उद्योग की स्थापना और इतिहास
एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री की स्थापना हल्द्वानी क्षेत्र में पत्थर और कंस्ट्रक्शन मटेरियल की बढ़ती मांग को देखते हुए की गई थी। इस उद्योग का मुख्य उद्देश्य निर्माण क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले स्टोन उत्पादों की आपूर्ति करना रहा है। इसके संस्थापक स्थानीय उद्यमिता से जुड़े हैं और उन्होंने अपने अनुभव और दूरदृष्टि से इस उद्योग को आगे बढ़ाया।
इस उद्योग का GST नंबर: 05AADFH5708E1ZA है, जो इसे एक वैध और पंजीकृत व्यापारिक इकाई बनाता है।
---
2. भौगोलिक स्थिति और परिवहन
यह उद्योग बरेली रोड, मोतीनगर, हल्द्वानी (नैनीताल) में स्थित है। यह स्थान रणनीतिक दृष्टि से अत्यंत उपयुक्त है क्योंकि:
बरेली रोड पर स्थित होने के कारण ट्रकों और अन्य भारी वाहनों की आवाजाही में सुविधा रहती है।
हल्द्वानी एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है, जिससे ग्राहकों और विक्रेताओं तक पहुंच आसान रहती है।
निकटवर्ती क्षेत्रों से पत्थर का कच्चा माल आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
---
3. उद्योग का ढांचा और मशीनरी
इस स्टोन इंडस्ट्री में आधुनिक तकनीकों और मशीनों का उपयोग किया जाता है। इनमें शामिल हैं:
स्टोन क्रशर मशीनें: जो बड़े पत्थरों को छोटे टुकड़ों में तोड़ती हैं।
वाइब्रेटिंग स्क्रीनिंग मशीन: जिससे अलग-अलग साइज के स्टोन छांटे जाते हैं।
लोडिंग उपकरण: जैसे पोकलैंड, जेसीबी और लोडर।
डस्ट कलेक्शन सिस्टम: जिससे वातावरण में धूल का प्रभाव कम होता है।
इन सभी मशीनों का संचालन कुशल तकनीशियनों द्वारा किया जाता है, जो गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता दोनों बनाए रखते हैं।
---
4. उत्पाद और सेवाएं
एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री विभिन्न प्रकार के पत्थर उत्पादों का निर्माण और आपूर्ति करती है:
1. क्रश्ड स्टोन (Crushed Stone)
2. बोल्डर स्टोन (Boulder Stone)
3. डस्ट (Stone Dust)
4. ग्रिट (Grit)
5. रेत/बालू (Sand - यदि उपलब्ध हो)
इन उत्पादों का उपयोग सड़क निर्माण, भवन निर्माण, रेलमार्ग परियोजनाओं, पुल निर्माण, और अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में किया जाता है।
---
5. गुणवत्ता नियंत्रण
गुणवत्ता एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री की प्राथमिकता है। इसके लिए कई कदम उठाए जाते हैं:
कच्चे पत्थरों की जांच।
मशीनों द्वारा मापदंड के अनुसार साइज का चयन।
समय-समय पर मशीनों की सर्विसिंग।
नमी और डस्ट कंट्रोल के लिए जल छिड़काव व्यवस्था।
उद्योग भारतीय मानकों (BIS) का पालन करता है, जिससे इसके उत्पाद विश्वसनीय और टिकाऊ होते हैं।
---
6. पर्यावरणीय सरोकार
चूंकि यह उद्योग पत्थर तोड़ने का कार्य करता है, इसलिए धूल और ध्वनि प्रदूषण की संभावनाएं रहती हैं। लेकिन यह उद्योग कुछ महत्वपूर्ण उपायों के माध्यम से पर्यावरण की रक्षा करता है:
डस्ट कलेक्टर सिस्टम का प्रयोग।
पानी के छिड़काव से धूल को नियंत्रित करना।
वृक्षारोपण और हरित क्षेत्र का निर्माण।
शासन द्वारा निर्धारित पर्यावरणीय नियमों का पालन।
---
7. कर्मचारियों और श्रम बल की भूमिका
यह उद्योग कई स्थानीय लोगों को रोज़गार देता है। इसमें कुशल, अर्ध-कुशल और अकुशल श्रमिक कार्यरत हैं। कर्मचारियों की जिम्मेदारियों में शामिल हैं:
मशीन संचालन
लोडिंग/अनलोडिंग
गुणवत्ता जांच
रखरखाव कार्य
यहां कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण जैसे हेलमेट, मास्क और दस्ताने भी उपलब्ध कराए जाते हैं।
---
8. विपणन और वितरण नेटवर्क
एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री का वितरण नेटवर्क व्यापक है। यह स्थानीय ही नहीं बल्कि राज्य के अन्य हिस्सों में भी माल की आपूर्ति करती है। इसके ग्राहक हैं:
सरकारी विभाग (PWD, NHAI)
निजी ठेकेदार
बिल्डर और रियल एस्टेट कंपनियां
स्थानीय व्यापारी और वितरक
फोन नंबर: 983750419 के माध्यम से ग्राहक संपर्क कर सकते हैं।
---
9. उद्योग की चुनौतियाँ
हालांकि यह उद्योग तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसे कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है:
पर्यावरणीय स्वीकृतियों की जटिल प्रक्रिया
ईंधन और बिजली की बढ़ती लागत
मौसम की निर्भरता (विशेषकर बरसात में काम बंद)
मशीनों की मरम्मत और रखरखाव
प्रतिस्पर्धा और बाजार में उतार-चढ़ाव
इन चुनौतियों के बावजूद यह उद्योग सफलता की ओर अग्रसर है।
---
10. सामाजिक और आर्थिक योगदान
एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है:
स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना।
सड़क और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास में सहयोग।
करों के माध्यम से सरकार को राजस्व देना।
CSR गतिविधियों के अंतर्गत समुदायों की मदद करना।
---
11. भविष्य की योजनाएं
यह उद्योग भविष्य में निम्नलिखित योजनाएं बना रहा है:
नई मशीनों का अधिग्रहण
उत्पादन क्षमता में वृद्धि
ऑटोमेशन प्रणाली का प्रयोग
हरित ऊर्जा स्रोतों (जैसे सौर ऊर्जा) का उपयोग
अधिक क्षेत्रों में व्यापार विस्तार
इन योजनाओं से यह उद्योग आने वाले वर्षों में और भी सशक्त और प्रतिस्पर्धात्मक बनेगा।
---
निष्कर्ष
एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री, हल्द्वानी की एक प्रतिष्ठित औद्योगिक इकाई है जो न केवल निर्माण क्षेत्र के लिए आवश्यक उत्पाद प्रदान करती है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके उत्पादों की गुणवत्ता, कर्मचारियों की दक्षता, और पर्यावरण के प्रति जागरूकता इसे एक आदर्श स्टोन उद्योग बनाते हैं। भविष्य में इसके और विस्तार की संभावनाएं प्रबल हैं।
---
---
परिचय
उत्तराखंड के हल्द्वानी क्षेत्र में स्थित एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री एक प्रतिष्ठित और विश्वसनीय निर्माण सामग्री उद्योग है, जिसकी स्थापना वर्ष 1983 में हुई थी। यह उद्योग मुख्य रूप से पत्थर (गिट्टी), बजरी और रेत जैसी निर्माण सामग्रियों के उत्पादन और आपूर्ति से जुड़ा हुआ है। हल्द्वानी के मोतीनगर क्षेत्र में स्थित यह इकाई न केवल नैनीताल ज़िले बल्कि उत्तराखंड और उत्तर भारत के कई हिस्सों में अपनी सेवा और गुणवत्ता के लिए जानी जाती है।
यह लेख आपको इस उद्योग की स्थापना, विकास यात्रा, उत्पादन प्रक्रिया, तकनीकी बदलाव, सामाजिक योगदान, और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देगा।
---
1. स्थापना का इतिहास (1983 का दौर)
1.1 सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमि
1980 के दशक में भारत की अर्थव्यवस्था निर्माण और आधारभूत संरचना के विस्तार के चरण में थी। उत्तराखंड (जो उस समय उत्तर प्रदेश का हिस्सा था) में भी छोटे कस्बों और शहरों में निर्माण गतिविधियों में बढ़ोत्तरी हो रही थी। हल्द्वानी एक व्यापारिक केंद्र के रूप में उभर रहा था, और निर्माण कार्यों के लिए गिट्टी, रेत व पत्थर की भारी मांग थी।
1.2 एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री की नींव
इन्हीं जरूरतों को देखते हुए, 1983 में हल्द्वानी के मोतीनगर क्षेत्र में इस उद्योग की नींव रखी गई। शुरूआत में यह एक छोटा क्रशर प्लांट था, जिसमें स्थानीय स्तर पर पत्थरों को तोड़ने और छांटने का काम किया जाता था। शुरुआती संसाधनों में कुछ मैनुअल मशीनें, सीमित श्रमिक बल और एक छोटे ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क शामिल था।
1.3 संस्थापक की दृष्टि
संस्थापक ने इस क्षेत्र में निर्माण सामग्री की भविष्य की मांग को भांपते हुए इस उद्योग को एक दीर्घकालिक निवेश के रूप में स्थापित किया। उनका उद्देश्य था – “गुणवत्ता, समयबद्ध आपूर्ति और पारदर्शिता के साथ निर्माण कार्यों के लिए सामग्री उपलब्ध कराना।”
---
2. विकास की यात्रा (1983–2000)
2.1 तकनीकी प्रगति
1990 के दशक तक, एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री ने नई क्रशिंग मशीनें लगाई जो उत्पादन को अधिक कुशल और समयबद्ध बनाने में सहायक हुईं। इससे ग्राहक संतुष्टि में वृद्धि हुई और उद्योग ने सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में अपनी पहुंच बढ़ाई।
2.2 बढ़ती मांग और विस्तार
जैसे-जैसे हल्द्वानी और आसपास के क्षेत्रों में शहरीकरण बढ़ा, इस उद्योग की मांग भी तेजी से बढ़ी। अब यह उद्योग:
सड़क निर्माण कंपनियों,
सरकारी विभागों (PWD, जल निगम),
और निजी ठेकेदारों
को नियमित आपूर्ति करने लगा।
2.3 ब्रांड और पहचान
इन वर्षों में “हिमालया स्टोन इंडस्ट्री” एक विश्वसनीय नाम बन गया। इसके उत्पादों की गुणवत्ता और समय पर आपूर्ति की वजह से इसने बाज़ार में विशिष्ट स्थान बना लिया।
---
3. नए युग की शुरुआत (2000–2020)
3.1 डिजिटल युग और GST पंजीकरण
वर्ष 2017 में भारत सरकार द्वारा GST व्यवस्था लागू की गई, जिसके तहत सभी व्यावसायिक इकाइयों को पंजीकरण अनिवार्य था। एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री ने भी इसे अपनाया और इसका GSTIN: 05AADFH5708E1ZA जारी किया गया। इससे इसकी वैधता और व्यवसायिक पारदर्शिता में और वृद्धि हुई।
3.2 मशीनरी और इन्फ्रास्ट्रक्चर
इस दौरान इस उद्योग ने:
हाई-कैपेसिटी स्टोन क्रशर यूनिट्स
लोडर और डंपर
वजन मापक मशीनें
CCTV निगरानी प्रणाली
जैसे आधुनिक संसाधनों को अपनाया जिससे न केवल उत्पादन बढ़ा, बल्कि सुरक्षा और गुणवत्ता नियंत्रण भी बेहतर हुआ।
3.3 कर्मचारी और प्रबंधन
अब यहाँ कई कुशल कर्मचारी, मशीन ऑपरेटर, लोडिंग-डंपिंग स्टाफ और प्रबंधन टीम कार्यरत है। कर्मचारियों के लिए सुरक्षा उपकरण, समय पर वेतन और प्रशिक्षण कार्यक्रम भी लागू किए गए।
---
4. सामाजिक और पर्यावरणीय दायित्व
4.1 सामाजिक उत्तरदायित्व
हिमालया स्टोन इंडस्ट्री स्थानीय समुदाय की मदद के लिए कई कार्य करता है जैसे:
स्थानीय युवाओं को रोजगार
स्कूलों और अस्पतालों में दान
सड़क निर्माण में सहयोग
4.2 पर्यावरणीय जागरूकता
उद्योग ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी कदम उठाए हैं:
धूल नियंत्रण प्रणाली
वृक्षारोपण अभियान
जल संरक्षण व्यवस्था
---
5. कोविड काल और चुनौतियाँ (2020–2022)
5.1 उत्पादन पर असर
कोविड-19 महामारी के दौरान उत्पादन और सप्लाई चेन पर असर पड़ा। लेकिन प्रबंधन ने जल्दी कदम उठाते हुए सुरक्षा उपाय लागू किए, कर्मचारियों को PPE किट्स दी गईं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया।
5.2 ऑनलाइन सेवाओं की शुरुआत
इस दौरान डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ऑर्डर लेने की व्यवस्था भी शुरू की गई, जिससे ग्राहक मोबाइल या व्हाट्सएप के माध्यम से ऑर्डर दे सकते थे।
---
6. वर्तमान स्थिति (2023–2025)
6.1 आधुनिक दृष्टिकोण
आज एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री एक पूरी तरह संगठित, तकनीकी और गुणवत्ता-आधारित निर्माण सामग्री उद्योग बन चुका है। Bareilly Road, Motinagar, Haldwani (Nainital) में इसकी सुविधा आज भी सक्रिय है।
6.2 संपर्क विवरण
पता: बरेली रोड, मोतीनगर, हल्द्वानी, नैनीताल
मोबाइल: 9837750419
---
7. भविष्य की योजनाएं
7.1 विस्तार की योजना
नई ब्रांच यूनिट्स खोलना
ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च करना
ISO प्रमाणन प्राप्त करना
7.2 डिजिटल परिवर्तन
GPS ट्रैकिंग वाहनों में
ग्राहक पोर्टल से बिल डाउनलोडिंग
कैशलेस भुगतान विकल्प
7.3 हरित उद्योग की दिशा में
सौर ऊर्जा का उपयोग
अधिक वृक्षारोपण
ग्रीन बिल्डिंग प्रमाणीकरण
---
निष्कर्ष
एम/एस हिमालया स्टोन इंडस्ट्री, जिसकी नींव 1983 में रखी गई थी, आज एक पूर्ण रूप से स्थापित, आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल निर्माण सामग्री उद्योग बन चुकी है। इसने न केवल हल्द्वानी बल्कि पूरे उत्तराखंड में गुणवत्ता और विश्वसनीयता का उदाहरण प्रस्तुत किया है।
यह उद्योग आने वाले वर्षों में और अधिक ऊँचाइयों को छूने की क्षमता रखता है – अपने कार्य, नैतिकता, गुणवत्ता, और समाज सेवा की भावना के बल पर।
---
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें